भारत
तेरे
उन
बेटों
को
…...................... .. .
............. .............इतिहास बदलते देखा है
............. .............इतिहास बदलते देखा है
उन
युद्धों के
मैदानो
में
, हर
रोज
निकलते
देखा
है
बस
बात
जबानी
पर
हमने,
लोगों
को
मिटते
देखा
है
हाथी
घोड़ों
की
फौजों
को..
प्यादों
से
पिटते
देखा
है.
जिनकी
विजयी
हुंकारों
से
पर्वत
के
सीने
फटते
थे
दुश्मन जिनकी तलवारों पर गाज़र मूली से कटते थे
योद्धा तेरे वो गये कहाँ जिन पर तू दावे करता था
दुश्मन जिनकी तलवारों पर गाज़र मूली से कटते थे
योद्धा तेरे वो गये कहाँ जिन पर तू दावे करता था
वो
कहाँ
गया
बेटा
तेरा
जो
हँसते
हँसते
मरता
था
जो
कफ़न
बांध
चलते
थे,
जो
तूफ़ानो
में
पलते
थे
वो
कहा
गए
बेटे
तेरे
जो
अंधियारों
में
जलते
थे
ऐसे
बेटे
फिर
पैदा
कर
जो
इतिहास
बदलते
हो
जो
अपना
शीश
कटाने
को
खुद
मैदानो
में
चलते
हो
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